दोस्तों ब्लॉगिंग (blogging) एक बहुत ही आसान और सस्ता ज़रिया है जिस से आप बहुत पैसा कमा सकते हैं| कई ऐसे ब्लॉगर मार्केट में मौजूद हैं जो हज़ारो में नहीं लाखो में कमा रहे हैं| अब आप सोचेंगे की इस फील्ड में कमाना इतना आसन है तो सभी लोग इस रास्ते से अमीर क्यूँ नहीं बन जाते हैं| आप के इस तर्क के जवाब में मै आप को एक उदाहरण देता हूँ,,,
एक बार एक व्यक्ति अपनी पत्नी के पके हुए भोजन से बोर हो गया| उसने सोचा की चलो आज में खाना बना लेता हूँ| वह लुंगी बांध कर किचन में घुस गया| और बाय-चांस खाना भी उसने अच्छा बना लिया| और यह सब देख कर उसकी पत्नी नें यह नियम बना दिया की आज से हर सन्डे आप ही (Husband) खाना बनायेंगे| अब एक रविवार हुआ, दूसरा रविवार हुआ, और जब तीसरा रविवार आया तो उस आदमी को भोजन तैयार करने के काम में रूचि नहीं रही|
उसनें बहाने बना कर वह काम छोड़ दिया| तो यहाँ पर भी वही नियम लागू होता है| अगर आप किसी फेमस ब्लॉगर की कमाई की रिपोर्ट देख कर या घर के कम्फर्ट में काम करने की लालसा में ब्लॉगिंग ज्वाइन कर रहे हैं तो रहने दीजिये| आप एक या दो महीने में उब जायेंगे| इस फील्ड में अगर आप को काम करने में मज़ा आता है| घंटो तक आप कम्प्यूटर के सामने बैठ कर टाइपिंग करने के शौक़ीन हैं और आप दुसरे लोगों के आर्टिकल पढना इंजॉय करते हैं तभी आप की दाल गलेगी|
इस फील्ड में जो लोग फ़ैल होते हैं वह कुछ ऐसा बोलेंगे की, आर्टिकल रेंक नहीं होता है| विजिटर नहीं आते हैं| स्पर्धा बहुत है| आज के समय में Blogging बेकार है| वह लोग ऐसा क्यूँ बोलते हैं, चूँकि उन लोगो को मेहनत का बिज बोये बीना सफलता की फसल काटनी है| दुसरे लोगों की सफलता से मोटीवेट होना आसन है लेकिन, उस success को पाने के लिए, उसने कैसे दिन रात एक किये होंगे यह कोई नहीं देखना चाहता है|
अब दोस्तों मान लेते हैं की आप लॉन्ग टाइम के लिए ब्लॉगिंग करने का मन बना चुके हैं| और आप के पास सही तरह से ब्लॉगिंग शुरू करने का ज्ञान नहीं है| आप की इस छोटी सी समस्या का समाधान यही इसी लेख में मिल जायेंगा| अगर आप यह पोस्ट पूरा पढ़ लेते हैं| तो आइये बिना देर किये शुरू करते हैं|
Easy Blogging Tips
Niche – आप जिस फील्ड में लिखना चाहते हैं उसके बारे में सोच लीजिये| जिस भी विषय पर आप ज्यादा ज्ञान रखते हैं उसी पर कंटेन्ट लिखिए|
Competiblity – आप जिस विषय पर content लिखना चाहते है क्या गूगल एडसेंस उसे allow करता है? यह जान लीजिये| चूँकि अगर आप को अपने कंटेन्ट पर ads ही ना मिले तो कमाई कैसे होगी|
Patience – कोई भी काम कोई भी बिज़नस सेट होने में समय लगता है, कृप्या ब्लोगिंग को एक से दो साल नहीं दे सकते तो इस फील्ड में मत आइये| सफलता नहीं मिलेगी|
Point to Point – आज के समय में लोग विडियो देख कर इनफार्मेशन हासिल करते हैं| ऐसे में ब्लॉग कंटेन्ट को काफी आकर्षक और संक्षिप्त में होना होगा| ऐसे में अगर आप एक पॉइंट को बे वजह खीचते हैं तो लोग बोर हो कर चले जाते हैं|
Investment – मुफ्त में सब कुछ चाहिए तो, धर्मशाला जाना चाहिए, बिज़नस में नहीं आना चाहिए| होस्टिंग, डोमैन का तो खर्चा करना ही होगा, फ्री की सर्विस फ्री जैसी ही होती है|
keyword – शोर्ट में समजाता हूँ, इस पोस्ट का keyword ब्लॉगिंग है| आप पूरा आर्टिकल पढेंगे तो आप को Blogging शब्द हिंदी में और अंग्रेजी में बार बार मिलेगा| इसी से आर्टिकल rank होगा|
SEO – ब्लॉगिंग शुरू कर रहे हैं तो सिर्फ ऑन पेज SEO पर काम करें, शेयर करना, पेड मार्केटिंग यह सब शुरुआत में कुछ नहीं करना है| शुरुआत में तो 200 से 300 आर्टिकल डालने का ही टारगेट होना चाहिए|
Internal linking – आप के ब्लॉग पर अगर 100 पोस्ट हैं| तो आप जब भी कोई नया आर्टिकल पब्लिश करें तो सब से पहले आप को उन पुराने आर्टिकल के लिंक इकठ्ठा करने हैं जिन्हें आप पोस्ट में डालना चाहते हैं| उसके बाद 3 से 5 लिंक नए आर्टिकल में डालने हैं| इस से आप के नए पोस्ट को लिंक ज्यूस मिलेगा| पेज व्यू बढ़ेंगे| और फिर पैसा ही पैसा|
Orignal & New – हम घर पर दाल चावल खाते हैं| लेकिन क्या घर के बाहर सन्डे को भी हम दाल चावल ढूंढते हैं? नहीं, क्यूँ की कुछ नया चटपटा चाहिए| इस लिए blogging में भी पुरानी चीज़ waste के सामान है| अगर आप के पास कुछ नया है तो ही व्यूज आते है|
Trend – आज के टाइम में टच स्क्रीन मोबाइल का ज़माना है| अगर आप keypaid वाले फ़ोन के फिचेर्स वाला आर्टिकल पोस्ट करेंगे तो क्या होगा? शायद पुराने कबाड़ खरीदने वाला या इतिहास में रूचि रखने वाला व्यूअर पोस्ट पढ़ ले| लेकिन ऐसा आर्टिकल कभी ट्रेंड में नहीं आएगा| तो बात साफ़ है, जो चलता है उसी tendy चीज़ पर कंटेन्ट लिखो|
Audiance – आप ब्लॉग लिखते हैं| वैसे हजारो लाखो लोग लिखते हैं| कौन परवाह करता है| लेकिन अगर आप चार लोगों से बात करते हैं| दुसरो की हेल्प करते हैं| कहीं गेस्ट पोस्ट डालते हैं| फोरम में कमेंट करते हैं| तो लोगों को पता चलेगा| और वेबसाइट पर ट्रैफिक आएगा| सिम्पल बात है|
Continuity – हम हर महीने खाना क्यूँ नहीं खाते हैं? हर साल क्यूँ नहीं खाते है? जब मन मर्ज़ी हो तभी क्यूँ नहीं खाते हैं? एक सलीका है ना? की दिन में दो बार या तीन बार खायेंगे…? वैसे ही अगर आप के ब्लॉग पर हर हफ्ते या हर दिन पोस्ट आता है तो लोगों को आप का पोस्ट पढने की आदत हो जाती है| ऐसे ही तो सफल ब्लॉग बनते हैं|
Finally
दोस्तों ब्लॉगिंग ऐसा विषय है जिस पर, एक पूरी बुक लिखी जा सकती है| लेकिन मै नहीं चाहता की आप इस subject से बोर हो जायें, इस लिए इस पोस्ट को यहीं होल्ड करता हूँ, इसी विषय पर अगर आप के पास कोई सुजाव हैं| या कोई प्रश्न है तो कमेंट बोक्स में अवश्य पूछ लीजियेगा| जय हिन्द|
Thanku sirji
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