कई बार अच्छे कार्य से पहले Choghadiya और Panchang देखा जाता है। परंतु क्या आप जानते है यह Choghadiya Kya Hota Hai? और Choghadiya Kaise Dekhe?, (Choghadiya Kaise Dekhte Hai?), अगर नही तो इस पोस्ट में आपको चौघड़िया की जानकारी समझाने जा रहे है। इस पोस्ट को पढ़ने के पश्च्यात आप समझ जाओगे की What Is Choghadiya In Hindi.
Choghadiya Kya Hota Hai?
भारत मे किसी भी अच्छे काम के लिए अच्छे समय मतलब मुहर्त को देखा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अच्छे मुहर्त में हुआ काम एक अच्छा फल देता है और उसमें कोई हानि या नुकसान नही होता। जहाँ वार, समय, नक्षत्र, मुहर्त, दिन, रात को देखा जाता है जिसे चौघड़िया कहा जाता है। यह समय का वह हिस्सा होता है जो शुभ या अशुभ हो सकता है।
हर दिन के हर घंटे को सूर्य और ग्रहों की गति के आधार पर अलग अलग समय मे बाटा गया है जो अच्छा और बुरा मुहर्त दर्शाता है। और यह समय चाहे वह शुभ हो या अशुभ यह चौघड़िया दर्शाता है।
Choghadiya दो पक्ष होता है एक तो दिन का चौघड़िया और दूसरा है रात का चौघड़िया। इसे दो हिस्सों में बता गया है। सुबह 6 AM से लेकर शाम 6 PM तक दिन का चौघड़िया माना जाता है (सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त का समय) जब कि शाम 6 PM से लेकर सुबह 6 AM तक रात का चौघड़िया माना जाता है (सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय का समय)।
ज्योतिषशास्त्र अनुसार हर दिन को मतलब की सूर्योदय से सूर्यास्त और सूर्यास्त से सूर्योदय के समय को 30-30 घटे में बाटा गया है और उसी 30 घटे को 8 भागो में विभाजित किया गया है। मतलब की दिन के 8 हिस्से और रात के भी 8 हिस्से कर दिया जाता है। अब एक चौघड़िया डेढ़ घंटे का मतलब की 1.5 Hours का होता है। अगर मिनिट की बात करे तो यह 90 मिनिट का एक चौघड़िया माना जायेगा । प्रत्येक चौघड़िया मुहर्त चार घटी का होने से इसे चौघड़िया कहा जाता है।
Choghadiya Kaise Dekhe?
आपने अभी तक समझ लिया होगा कि Choghadiya Kya Hota Hai? आइये अब यह समझते है कि Choghadiya Kaise Dekhe?
जैसे कि आप जानते होंगे कि चौघड़ियो के नाम है उद्वेग, लाभ, चर, रोग, शुभ, काल, अमृत है। जिसमे अमृत, लाभ, शुभ, चर यह शुभ माने जाते है। जबकि उद्वेग, रोग, काल यह अशुभ मुहर्त होते है। आप सोच रहे होंगे कि जब हिस्से 8 किये गए है तब मुहर्त 7 क्यो?, परंतु दिन या रात जो चौघड़िया सबसे पहले होता है वही आखिरी में भी माना जाता है।
हर दिन के वार को उसके नक्षत्र के हिसाब से चौघड़िया की शुरुआत होती है। मतलब की रविवार को दिन का पहला चौघड़िया हमेशा उद्वेग ही होता है और वही दिन का आखिरी चौघड़िया होता है। जबकि सोम को पहला अमृत, मंगल को पहला रोग, बुध को पहला लाभ, गुरु को शुभ, शुक्र को चर और शनिवार के दिन के सबसे पहले चौघड़िए को काल माना जायेगा। और वार के हिसाब से जो पहला चौघड़िया होगा वही दिन का अंतिम चौघड़िया भी होता है।
दिन का पहला Choghadiya इसके गुरु स्वामी के नाम पर होता है इसके बाद दिन के चौघड़िया को उद्वेग, चर, लाभ, अमृत, काल, शुभ, रोग, की क्रमांक अनुसार देखा जाता है और आखिर में वही चौघड़िया आता है जो सबसे पहले था। यह केवल दिन के चौघड़िये की बात है।
जबकि रात्रि के चौघड़िया की बात करे तो जो चौघड़िया दिन के अंत मे था उससे ऊपर की तरफ देखना होगा और एक चौघड़िया को छोड़कर ऊपर का देखना होता है।
जैसे कि दिन के चौघड़िया उद्वेग, चर, लाभ, अमृत, काल, शुभ, रोग, और फिर अंतिम उद्वेग के बाद रात्रि का पहला चौघड़िया शुभ होगा और फिर अमृत, चर, रोग, काल, लाभ, उद्वेग और फिर अंतिम शुभ माना जाता है। फिर दूसरे दिन का पहला चौघड़िया उस वार और उसके गुरु ग्रह के हिसाब से सबसे पहले आएगा। फिर वही क्रमबद्ध तरीके से आपको चौघड़िया देखना होगा।
इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी Mobile App है जो अपना काम काफी आसान बनाता है। ऐसे में चौघड़िया को देखने के लिए Hindi Panchang Calendar App Hindi Panchang Calendar App को इंस्टॉल करने के बाद आप अपने मोबाइल पर ही चौघड़िया देख सकते हो।
जाने: GDP Kya Hota Hai ? GDP कैसे निकालते है? Full Detail.
निष्कर्ष:
इस लेख में आपने समझा कि Choghadiya Kya Hota Hai? और Choghadiya Kaise Dekhe? हमे आशा है कि Choghadiya Ki Puri Jankari In Hindi आपको जरूर पसंद आई होगी। आपके मन मे इस विषय के संबंध में कोई भी सवाल हो या अन्य सुजाव हो तो हमे जरूर लिखे। पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद।
hi aapka blog bahut badhiya hai. mujhe ek help chahiye. theme ke baare me newspaper theme ko customize kaise karu ? iske baare me mujhe jaanna hai. jaise ki aapka blog bana hai.
Comments are closed.