दोस्तों, जैसा की आप सब जानते हैं। की ऐसा देश जिसमे लोगो की जनसँख्या अधिक मात्रा में हो उन देशो में कई तरह की कठिनाइयां का सामना करना पड़ता है। क्योंकि वह रहने की सुविधा,सर्वश्रेष्ठ भोजन की सुविधा,या वह के प्रदुषण की बात आती है। कई ऐसे मामलो में सर्कार को अत्यादिक तौर और कदम उठाने पड़ते है। और वह के नागरिकों को कई अन्य तरीके की समस्याओं का भी सामना करना पढता है।
जैसा की आप सब जानते हैं। कि भारत दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जिसकी आबादी अन्य देशों से अधिक मणि जाती है। आज में जो बताने जा रहा हूँ। यह रिपोर्ट सकल घरेलू उत्पाद पर आधारित है। और सात ही साथ आज आप ये भी जानेंगे की भारत के कई शहर ऐसे भी भी है। जहा अत्यधिक आबादी है।
मुम्बई सकल घरेलू उत्पाद
जैसा जी आप सब ही जानते है कि मुंबई केसा शहर है। जैसे ही मुम्बई का नाम लिया जाता हैं। तो उसके नाम से ही पैसे दिमाग में आने लगते है। पर ऐसा क्यों होता है दोस्तों। जैसा की आप सब जानते है की मुम्बई भारत का सबसे बड़ा शहर है। और मुम्बई शहर भारत के व्यापार के लिए भी अत्यधिक तौर पर देखा जाता है। महाराष्ट्र राज्य के तटीय इलाके में मुम्बई शहर भारत का सबसे पुराना शहर है। समुंद्री परिवहन पर निर्यात और आयत के लिए भारत के लिए महत्वपूर्ण से देखा जाता रहा है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की मुम्बई शहर देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 6%करता है।
और मुम्बई शहर में चल रहे कारखानों का सकल घरेलू उत्पाद तक़रीबन 209 अरब डॉलर है।
दिल्ली सकल घरेलू उत्पाद
जैसा की आप सब को यह पता ही होगा की दिल्ली शहर भारत की राजधानी है। और यदि हम घूमने फिरने की बात करे या कुछ इतिहास के पन्ने को खोले तो देखा जाता है कि दिल्ली में कई इसी इतीहासिक चीज है कि जो सिर्फ दिल्ली में ही देखि जाती है। दिल्ली अपनी इतीहासिक जगहों और देश दुनिया का मन मोह देने वाले जगहों में से एक आती है। और हम भारत के व्यापार की बात करे और दिल्ली का नाम न ले ऐसा हो ही नही आये ये तो लगभग नामुमकिन है। दिल्ली भारत की राजधानी के साथ-साथ दूसरे सबसे बड़े शहरो के स्थान पर भी आती है। देखा जाये तो दिल्ली उत्तरी भारत का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। दिल्ली उत्तरी भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक केंद्र के रूप में देखा जाता है। दिल्ली के कार्य बल की कुल आबादी लगभग 32.82% जो की शहर में बड़ी तेजी से बढ़ रही है।
दिल्ली का सकल घरेलू उत्पाद लगभग 167 अरब डॉलर है।
कोलकत्ता
कोलकत्ता राज्य की राजधानी और पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े शहरो में आता है। कोलकात्ता अगर देखा जाये तो भारत के तीसरे सबसे अमीर शहरो के गिनती में आता है। कोलकत्ता शहर पूर्वी और उत्तरी पूर्व भारत का वाणिज्यिक केंद्र है। वाणिज्यिक केंद्र के कुल जनसंख्या का लगभग 40% श्रम के दल स्टील के साथ-साथ कोलकत्ता शहर कई अन्य ओधोगिक कार्यबारो के रूप में देखा जाता है। कोलकत्ता में भारी इंजीनियरिंग खनन,खनिज सीमेंट,फार्मास्युटिकल्स,खाद प्रसंस्करण,कृषि इलेक्ट्रॉनिक और वस्त्र में तेजी से उधोग बढ़ता रहा है।
कलकत्ता का सकल घरेलू उत्पाद 150 अरब डॉलर है।
बेंगलुरु सकल घरेलू उत्पाद
बेंगलुरु कर्नाटक राज्य का सबसे अधिक जनसंख्या शहर और राजधानी शहर है। बेंगलुरु दक्षिणी भारत के समुंद्री तल से 900 मिटर की उचाई और स्थित है। अत्यधिक तोर पर देखा जाये तो बेंगलुरु भारत का दूसरा सबसे तेजी से बढ़ता हुआ महानगर है। और चौथा सबसे तेजी से चल रहा उपभोक्ता सामान बाजार है।
बेंगलुरु का सकल घरेलू उत्पाद लगभग 83 बिलियन डॉलर है।